चीन के माल का बहिष्कार करने के लिए युवती ने चलाया स्वदेशी अभियान
खरगोन, द टेलीप्रिंटर। मध्यप्रदेश के बड़वाह में रहने वाली एक युवती ने चीनी माल के बहिष्कार के लिए स्वदेशी अभियान चलाया है। युवती ने अपनी मां के साथ मिलकर घर में रखे सामानों से कई आकर्षक चीजें बनाई है। इन चीजों का निर्माण करके युवती ने लोगों से स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने और हस्तकला को बढ़ावा देने की अपील की है।
दरअसल भारत और चीन की सेना के बीच सीमा पर हुई हिंसक झड़प के बाद देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की मांग उठने लगी है। देश में भारी मात्रा में चीन से घर को सजाने के सामान आते हैं। ऐसे में चीनी सामान का बहिष्कार करने और हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए बड़वाह नगर में रहने वाली कोरियोग्राफर गुडलक पाल ने अपनी मां कुसुमलता पाल के साथ मिलकर स्वदेशी अभियान शुरू किया है।
इस अभियान के तहत गुडलक पाल और उनकी मां ने घर में रखे सामानों से कई आकर्षक चीजें बनाई है। कुसुमलता पाल ने पेंटिंग के द्वारा रांझन और मटके को पेंट करके सुंदर रूप दिया गया है। वहीं गुडलक पाल ने घर में पड़े बारदान, थैले, जुट, सुतली, दवाई के रैपर, खाली डिब्बियों, कपड़ों का उपयोग करके कुछ गुड़िया, पर्स, इयररिंग, फ्लावर पॉट, सोप-सुपारी का बॉक्स, सर्विंग ट्रे सहित कई तरह की चीजें बनाई है।
इन वस्तुओं के निर्माण के साथ ही गुडलक पाल ने लोगों से स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करने और हस्तकला को बढ़ावा देने का निवेदन किया है। उन्होंने लोगों से चीनी वस्तुओं का उपयोग नहीं करने की बात भी कही है। उन्होंने कहा है कि अगर हम स्वयं अपने घर की साज-सज्जा के लिए किसी वस्तु का निर्माण करते है तो उसे हमारा विशेष लगाव रहता है।